ब्लॉग में Transaction क्या होता है। Transaction के प्रकार, Transaction की अवस्थाएं तथा ACID Properties के बारे में बताया गया है। जो आपको काफी पसन्द आयेगा। अगर आपके पास इस ब्लॉग के सम्बन्धित कोई सवाल है। या Feedback देना चाहते है। तो नीचे कमेंट बॉक्स में कर सकते है।

Transaction क्या होता है।

Transaction बहुत सारे ऑपरेशनो का एक समूह होता है। जो Single लॉजिकल ऑपरेशन की तरह कार्य करता है। इसमें कई Phase होते है। प्रत्येक Phase का अपना अलग-अलग काम होता है।

उदाहरण के लिये-

लोगो के द्वारा अपने बैंक Account में पैसा जमा करना और पैसा निकालना।

Transaction के प्रकार।

Transaction दो प्रकार के होते है।
1- Implicit Transaction
2- Explicit Transaction

1. Implicit Transaction

इस Transaction में जब वर्तमान Transaction RollBack या Committed होता है। तब SQL डेटाबेस इंजन एक नये Transaction को शुरू कर देता है। यह Transaction ऑटोमैटिक होता है।

2. Explicit Transaction

इस Transaction में Transaction शुरू करने के लिये BEGIN TRANSACTION कथन का उपयोग तथा Transaction को समाप्त करने के लिये COMMIT या ROLLBACK कथन का उपयोग किया जाता है। यह Transaction उपयोगकर्ता Defined होता है।

Transaction की अवस्थाएं।

Transaction की निम्नलिखित अवस्थाएँ होती है। जो इस प्रकार है।

Active State

Active State प्रत्येक Transaction का प्रारंभिक State होता है। इसमें Transaction एक Active State में प्रवेश करता है। और डाटा पर Read/Write का ऑपरेशन Perform करता है।

Partially Committed State

Active State में जब पूरा Read/Write ऑपरेशन खत्म हो जाता है। तब Transaction इस Partially Committed State में प्रवेश करता है। इस State में डाटा Buffer मेमोरी में Store होता है।

Failed State

अगर Active State में या Partially Committed State में कोई सिस्टम Fault या सॉफ्टवेयर Error आ जाता है। तो Transaction इस Failed State में आ जाता है।

Committed State

Transaction जब Partially Committed State में सफलापूर्वक Commit हो जाता है। अर्थात कोई सिस्टम Fault या सॉफ्टवेयर Error नही आता है। तो Transaction इस Committed State में आ जाता है। और डेटाबेस में जो भी Change होता है। वह डेटाबेस में Permanently के लिये Store हो जाता है।

Aborted State

जब Transaction विफल हो जाता है। तब Failed State से Aborted State में चला जाता है। और Buffer मेमोरी में Stored डेटा Delete हो जाता है। या Roll Back हो जाता है।

Terminated State

जब Transaction सफलतापूर्वक Commit हो जाता है। या Abort हो जाता है। तब Terminated State में चला जाता है। और Transaction खत्म हो जाता है।


ACID Properties

एक Transaction को कैसे सफलतापूर्ण Handle करना है। यह ACID Properties निर्धारित करता है। इसके 4 Properties होते है। जो इस प्रकार है।
1- Atomicity
2- Consistency
3- Isolation
4- Durability

1. Atomicity

Atomicity यह निर्धारित करता है। कि अगर कोई Transaction हो रहा है। तो वह Transaction होगा या तो नही होगा। अर्थात Transaction एक ही Step में हो जाना चाहिये। अगर Transaction अधूरा रह गया तो Roll Back हो जाना चाहिये।

2. Consistency

Consistency यह निर्धारित करता है। कि जब कोई Transaction होता है। तो डेटाबेस एक State से दूसरे State में Consistence होना चाहिये। अगर एक खाते से दूसरे खाते में Transaction होता है। तो Transaction होने से पहले दोनो खातो की Total राशि Transaction होने के बाद दोनो खातो की Total राशि के बराबर होनी चाहिये।

3. Isolation

Isolation यह निर्धारित करता है। कि अगर दो या दो से अधिक Transaction एक साथ हो रहा है। तो उन सभी Transaction का प्रभाव एक दूसरे Transaction पर नही पड़ना चाहिये। अर्थात सभी Transaction अलग अलग होना चाहिये।

4. Durability

Durability यह निर्धारित करता है। कि अगर Transaction पूरा हो जाता है। और जो डेटा परिवर्तन हुआ है। वह डेटाबेस में Permanent के लिये Store हो जाना चाहिये।

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