इस ब्लॉग में हम ये जानने की कोशिश करते हैं कि IP एड्रेस क्या होता है। इसके कितने वर्जन होते हैं। और IP एड्रेस के कितने प्रकार तथा कितने Class होते हैं। आशा करते है कि यह ब्लॉग आपको जरूर पसन्द आयेगा।

IP Address क्या है।

IP का पूरा नाम Internet Protocol होता है। IP एड्रेस एक ऐसा लॉजिकल Numeric एड्रेस होता है। जिससे किसी डिवाइस को Identify किया जाता है। यह एक Unique एड्रेस होता है। प्रत्येक डिवाइस का IP एड्रेस अलग-अलग होता है। IP एड्रेस की सहायता से नेटवर्क में एक कम्प्यूटर दूसरे कम्प्यूटर को पहचानता है। और डाटा का लेन-देन करता है। इसलिये बिना IP एड्रेस के एक कम्प्यूटर किसी दूसरे कम्प्यूटर से Connect नही हो सकता है। यह नेटवर्क लेयर का प्रोटोकॉल होता है।

IP Address के वर्जन।

वैसे तो IP एड्रेस के कई वर्जन होते है। लेकिन उनमें से 2 ही वर्जन मुख्य है।
1- IPv4
2- IPv6

1. IPv4

इसका पूरा नाम Internet Protocol Version 4 होता है। IPv4 की शुरुआत 1981 में हुआ था। यह 32-Bit का IP एड्रेस होता है। इसमें 4-Octain होते हैं। प्रत्येक Octain में डेसीमल वैल्यू होती है। IPv4 (.) Dot से Separate होता है।
उदाहरण के लिये- 192.168.43.125

2. IPv6

इसका पूरा नाम Internet Protocol Version 6 होता है। IPv6 की शुरुआत 1999 में हुआ था। यह 128-Bit का IP एड्रेस होता है। इसमें 6-Octain होते हैं। प्रत्येक Octain में हेक्साडेडिमल वैल्यू होती है। IPv6 (:) Colun से Separate होता है।
उदाहरण के लिये- 2001:0ab8:85a3:0000:0000:8b2e:0370:7334

IP Address के प्रकार।

IP एड्रेस निम्नलिखित 2 प्रकार के होते हैं।
1- Public IP Address
2- Private IP Address

1. Public IP Address

ये वो IP एड्रेस होते है। जो ISP (Internet Service Provider) हमे प्रदान करता है। इस IP एड्रेस को 'International IP Address' भी कहा जाता है। इसी IP एड्रेस से इन्टरनेट पर उपयोगकर्ता की पहचान होती है। अर्थात् जब हम इन्टरनेट इस्तेमाल करते है तब हर सर्वर तक Public IP एड्रेस ही जाता है।
Public IP एड्रेस भी 2 तरह के होते है।
1- Static IP Address
2- Dynamic IP Address

2. Private IP Address

यह IP एड्रेस हमारे कम्प्यूटर, मोबाइल व अन्य नेटवर्किंग डिवाइस पर Assign होता है। Private IP एड्रेस केवल Local नेटवर्क में काम करता है। इस IP एड्रेस को Local IP Address भी कहा जाता है।

IP Address का वर्गीकरण।

IP एड्रेस का वर्गीकरण केवल IPv4 में होता है।

1. Class A

इस Class की IP Range 0-126 तक होता है। इसमें नेटवर्क के 3-Octain तथा होस्ट के 1-Octain होते है। इस Class की नेटवर्क मास्क 255.0.0.0 होता है। इस Class में नेटवर्क की संख्या 125 तथा होस्ट की संख्या 16777214 होता है।

2. Class B

इस Class की Range 128-191 तक होता है। इसमें नेटवर्क के 2-Octain तथा होस्ट के 2-Octain होते है। इस Class की नेटवर्क मास्क 255.255.0.0 होता है। इस Class में नेटवर्क की संख्या 16382 तथा होस्ट की संख्या 65534 होता है।

3. Class C

इस Class की Range 192-223 तक होता है। इसमें नेटवर्क के 1-Octain तथा होस्ट के 3-Octain होते है। इस Class की नेटवर्क मास्क 255.255.255.0 होता है। इस Class में नेटवर्क की संख्या 1297150 तथा होस्ट की संख्या 354 होता है।


4. Class D

इस Class की Range 224-239 तक होता है। इस Class की IP का इस्तेमाल Brodocosting तथा Multicosting के लिये किया जाता है।

5. Class E

इस Class की Range 240-255 तक होता है। इस Class की IP का इस्तेमाल Research तथा Development के लिये किया जाता है।

Loop Back Address

इसका IP एड्रेस 127.0.0.1 होता है। इसको Localhost भी कहा जाता है। यह IP एड्रेस कम्प्यूटर सिस्टम पर Server और Client प्रक्रियाओ को एक दूसरे के साथ Communication करने में सक्षम बनाते हैं। इस IP एड्रेस को सॉफ्टवेयर डेवलपर या हैकर Server बनाकर अपने किसी उद्देश्य के लिये इस्तेमाल करते है।

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